जिले में कई नवयुवक अब बॉलीवुड पार्टी में उपयोग होने वाला नशा एमडी ड्रग्स यानी एमडीएमए की लत में लग चुके हैं। नशीले पदार्थ अफीम और स्मैक के बाद अब जिले के युवक एमडी ड्रग्स के चक्कर में आने लगे हैं। जिले के आस पास इलाकों में यहां अवैध मादक पदार्थों एमडी ड्रग्स अपने आका सब्जी मंडी में स्थित एक काले शीशे का ऑफिस बनाकर (फिरोज) नवयुवकों से यहां ड्रग्स सप्लाई करने का काम करता है। यहां अवैध मादक पदार्थ एमडी 2500 से 3000 प्रति ग्राम में बिक रही है। जो कोकीन के बाद सबसे महंगा नशा है। नवयुवक इसका नशे का सेवन विभिन्न तरीकों से ले रहे हैं। जैसे गुटखा में मिलकर खाने में हो या फिर नाक के जरिए पानी में मिलकर भी नशेड़ी पी जाते हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार यहां कारोबार शहर के प्रमुख चौराहे समीप सब्जी मंडी के अंदर में स्थित फिरोज शुरू करता है। और उसके गुर्गे शहर में सप्लायर का काम करते हैं। जिससे उसको मोटा मुनाफा तो मिलता ही है मगर नवयुवक सिर्फ नशे के लिए इस अवैध गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं। अगर जिले में माना जाए तो चारों तरफ इस अवैध मादक पदार्थ का नशा पूरी तरह से फैल चुका है। बताया जाता है कि यह नशा करने के बाद सिर पर चढ़ जाता है लगातार इसके सेवन से तनाव रहने लगता है यह नशा करने वाले धीरे- धीरे डिप्रेशन में भी चले जाते हैं। और बाद में खुदकुशी करने की सोच बना लेते हैं। पिछले एक वर्ष से एमडी ड्रग्स का रैकेट इस तरह जिले में फैल चुका है। जैसे एक आम बात हो नवयुवक नशा करने के लिए कई घटनाओं को अंजाम देने में उतर आए हैं। अगर जिले में इस अवैध गतिविधियों को रोका नहीं गया तो जिले में अपराध बढ़ते चले जाएंगे और नवयुवकों की जिंदगी खतरे में पड़ जाएंगी।

