इन दोनों नगर पालिका में बैठे दो भू माफिया शहर हित के लिए विकास कार्य पर कोई ध्यान नहीं शहर में सड़को से लेकर लोग मूलभूत सुविधाओं से भी वंचित है। दोनों माफिया जिले में एक जाने -माने बड़े प्रोपर्टी बोकर्स है। एक ससूर तो दूसरा सभापति का अपने रसूख के दम पर नगरपालिका में घुसपैठ कर शहर की शासकीय जमीनों पर निगाहें जमाकर 5 वर्षों के कार्यकाल में उन्हें खोखला करने की कसम खाई है। इन दोनों के चर्चे कम नहीं है। एक बाबीता और क्रिकेट का महा सट्टोरीएं भू-माफिया के नाम से जाना जाता है तो दूसरा जुल्फों वाला भी अपनी समाज के प्रति गद्दारी के नाम से जाना जाता है। हाल ही में इसने अपने ही समाज के सज्जन व्यक्ति को बदनाम करने के लिए षड्यंत्र पूर्वक साजिश रची गई थी। जिसका खुलासा भी हुआ था जिसमें इसके खिलाफ समाज के व्यक्ति द्वारा आरटीआई लगाकर जानकारी मांगने पर उसको निपटाने की सोच ली थी। अब नगर दोनों भू माफिया शहर की बेसकिमती जमीनों की खरीद फरोख्त के लिए चवन्नी छाप डॉन को चुन लिया है। जिससे वहां जमीनों को जल्द से जल्द निपटा सके। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सभापति द्वारा एक सिनेमा हॉल पर एक बड़ा रिसोर्ट बनाया जा रहा है। जिसकी उसे टीएनसी से कोई परमिशन नहीं मिली है। सिर्फ सिनेमा हॉल की परमिशन है। फिर भी राजनीति संरक्षण के चलते अपना निर्माण कार्य धड़ल्ले से चला रखा है। बताया जा रहा है कि 36 नंबर की किसी जमीन पर भी अब इन लोगों ने अपनी जान निगाहें जमाई है। अगर इन लोगों के ऊपर अन्य विभागीय एजेंसी निष्पक्ष जांच करे तो इन लोगों के अवैध कारनामे उजागर हो सकतें हैं।

