नीमच-त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव वार्ड क्रमांक 6 के प्रत्याशी तरूण बहेती के ऊपर पूर्व में सूदखोरी के आरोप लगे हैं. ऐसे में कांग्रेस पार्टी ने भरोसा जताते हुए तरुण बहेती को पंचायत चुनाव में उम्मीदवार घोषित किया है। जिससे पार्टी के इस निर्णय से गलत खामियाजा भुगतना पड़ सकता हैं। सूदखोर तरुण बहेती को पंचायत चुनाव में जनसंपर्क के दौरान मुंह की खाना पड़ रही है। पंचायत चुनाव में दर-दर भटक कर लोगों से वोट की भीख मांगने में जुटा है। सूदखोर तरुण बेहती पहले भिखारी जैसी दशा हुई करती थी। जैसे-जैसे सूदखोरी के आलम में छूट भैय्या नेता जी ने गरीबों की जमीनों पर भी अपना कब्जा जमा चुके हैं। जिसके कारण आज नेता बने फिर रहे हैं। पहले ही इनकी दिली इच्छा पंचायत चुनाव लड़ने की थी। जिसमें उन्होंने कोरोना काल में ऑक्सीजन सिलेंडर दान करें फिर खुद ही फोटो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिए। जब के कई संगठन राजनीति दल समाजसेवियों ने भी कोरोना काल में ऑक्सीजन सिलेंडर भेट किए हैं। और गरीबों की मदद की बावजूद तरूण बहेती ने सिर्फ सोशल मीडिया पर फोटो वायरल कर गरीबों का मजाक बनाया है। जिसका मतलब अब ग्रामीण भी समझ चुके हैं. अब सेटलमेंट कर अपने आपको खुद कुर्ता पजामा पहन कर फल फ्रुट के साथ तुल कर फोटो वायरल कर रहा है और भोली भाली जनता को बेवकूफ समझने की नादानी कर रहा है। ग्रामीण भी इस छुट भैय्या नेता को मुंह नहीं लगा रहे हैं। फिर भी ग्रामीणों का पांव पड़ कर भीख मांग रहा है। ग्रामीणों भी सूदखोर को मुंह लगाना पसंद नहीं कर रहे हैं।अब चुनाव पंचायत लड़ कर जीतने के बाद अपनी सूदखोर लोगों की जमीनों पर गरीबों की जमीनों पर कब्जा जमाने की सोच है एक सूदखोर नेता क्या पंचायत का उद्धार करेगा। अब दिल में याद दिलचस्प होगा कि इसकी पतंग आसमान में कैसे कटती है।

