मध्यप्रदेश के नीमच जिले में कई वर्षों से मंडी व्यापार के आड़ में अपने आप को गौरवान्वित महसूस करने वाला कुख्यात तस्कर जय कुमार सबनानी उर्फ बाबू सिंधी अवैध मादक पदार्थों की तस्करी बैखोफ होकर जिले से संचालित कर रहा था। विडंबना यहां है की बाबू सिंधी के ऊपर वर्षो से कुछेक खाकीधारी की मिलीभगत से बैखोफ होकर अपना नेटवर्क जमाते हुए अपना काला साम्राज्य खड़ा कर बैठा हालांकि कुछ वर्दी को कलंकित करने वाले खाकी के जवानों के ऊपर भी कुख्यात तस्कर बाबू सिंधी के साफ तौर पर अच्छे संबंध देखने को मिले हैं।मगर अफसोस कुछेक पुलिसकर्मी अपने आप को बचा लिया। स्थानीय मीडिया ने कुख्यात तस्कर बाबू सिंधी के सारे काले कारनामों को उजागर किया है। जिसके बाद सेंट्रल नारकोटिक्स ब्यूरो की टीम ने पत्रकारों की निष्पक्ष खबरों पर मोहर लगाते हुए बड़ी कार्यवाही को अंजाम दिया था। जिसके बाद कुख्यात तस्कर बाबू सिंधी के ग्रह ख़राब चल बैठे और कोई ना कोई अपराध निकल कर सामने आएं जिसके बाद पुलिस ने कुख्यात तस्कर को रिमांड पर लिया और जेल भेज दिया। मगर अपनी हरकतों से बाज नहीं आने वाला कुख्यात तस्कर भैरवगढ़ जेल में बैठकर अपना नेटवर्क चला रहा है। हाल ही में एक मामला प्रकाश में आया है जहां मुकेश जाट को कुख्यात तस्कर द्वारा अवैध मादक पदार्थों देना बताया है। जिसके बाद मंदसौर पुलिस ने कुख्यात तस्कर बाबू सिंधी पर एनडीपीएस एक्ट में मामला दर्ज कर लिया है। कुख्यात तस्कर जयकुमार सबनानी उर्फ बाबू सिंधी के कुछ गुर्गे सौरभ को -चोट्टा और संगी साथियों के साथ मिलकर कुख्यात तस्कर बाबू सिंधी का नेटवर्क जिंदा रखे हुए हैं। पूर्व में भी देखा गया है कि नीमच एडिशनल एसपी सुंदर कनेश ,सीटी थाना प्रभारी करणी सिंह शक्तावत सहीत पुलिस टीम ने बाबू सिंधी के घर पर दबिश दी गई थी।मगर जय कुमार सबनानी के भाई और धन के लड़के ने भी तस्करी का किरदार निभाया है।और पुलिस कि जांच में बांधा डाली है। अब यहां पुलिस के लिए जांच का विषय है आखिर कुख्यात तस्कर बाबू सिंधी के अवैध कारोबार में इनका क्या रोल है।
करोड़ों रुपए की संपत्ति अर्जित-मध्य प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान ने अवैध मादक पदार्थ की तस्करी की रोकथाम के लिए अभियान चलाएं है और तस्करों पर लगाम कसने के लिए संपत्ति सफेमा कार्रवाई के आदेश जारी किए हुए हैं। बावजूद तस्करी मामले में लिप्त होने के बाद भी इसकी चल-अचल संपत्ति की आज तक विभागों द्वारा जांच नहीं की गई। संभावना जताई जा रही है कि कुख्यात तस्कर बाबू सिंधी अपनी संपत्ति को बचाने के लिए अपने गुर्गों से बड़े पैमाने से सेटलमेंट करवा रहा है। तस्करी की काली कमाई विभागों द्वारा निष्पक्ष जांच कि जावें तो चौंकाने वाले मामले समाने आ सकते हैं।

