मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने स्पष्ट रूप से अवैध निर्माण और भू माफियाओं को चुनौती दे बैठे हैं.बावजूद नीमच जिले में सीएमओ सीपी राय माफियाओं से लेकर अवैध निर्माण कार्य में अपनी भूमिका निभाने में किसी भी प्रकार की कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं.अगर बात की जाए शहर के प्रतिष्ठित नीमच बस स्टैंड की तो कुछ वर्षोंं से अवैध निर्माण कार्य चलता रहा जिसका स्कीम नंबर 12 भूखंड क्रमांक 72 भारत राज तोलानी के नाम पर राजस्व रिकॉर्ड में दर्ज है.जिसकी मुख्य नगर पालिका में अनुमति ग्राउंड फ्लोअर कर्मिशियल की दी है।अनुमति देने के बाद नगरपालिका के किसी अधिकारी ने मौका मुआयना भी करना वाजिब नहीं समझा जिसके बाद आज हालत यह हो चुके हैं.तीन मंजिला इमारत से खास सीपी राय की दया दृष्टि से पांच मंजिला तक पहुंच गया जिसके बाद भी भरत राज तोलानी के अवैध निर्माण पर नाम मात्र कार्रवाई भी नहीं देखने को मिली नपा.के एक अधिकारी भ्रष्ट होने से मुख्यमंत्री शिवराज चौहान के फरमान पर प्रश्न चिन्ह लग रहा है।जिसका सीधा उदहारण सीएमओ की माफियाओं और अतिक्रमण अवैध निर्माण को बढ़ावा देना है जिले में देखना कोई मुश्किल नहीं है। कि लगातार कितनी मेहरबानी नपा.के सीएमओ सिपी राय ने बना रखी है। कई बार कांग्रेस पूर्व पार्षद मोनू लोक्स ने आरोप प्रत्यारोप लगाएं है। जो की खास तौर पर सत्य है.आपको बताते यहां पांच मंजिला इमारत के नीचे बसों के लिए आवक जावक रहती हैं सीएमओ सीपी राय के अवैध निर्माण के बढ़ावे से कोई भी बड़ा हादसा हो सकता हैं।
सीएमओ सीपी राय की स्कॉर्पियो बनी चर्चा का विषय-विगत कुछ दिन पहले जिला अस्पताल में लगी एक कैंटीन को हटवाया गया था। जिसके बाद जिम्मेदार नाम मात्र के लिए भरत राज तोलानी के बिल्डिंग पर पहुंच गए।और चंद घंटों तक मेल मिलाप हुआ और फिर सीएमओ अपनी स्कॉर्पियो लेकर निकल गए। फिर क्या था सीएमओ की मेहरबानी और अवैध निर्माण पनपने लगा भरत राज तोलानी के भी हौसले बुलंद होते हुए दिखाई दिए। आखिर जिम्मेदार से भी तो मेल मिलाप अच्छा हो चुका था।अब सीएमओ सीपी राय की फाइल भोपाल पुहंच चुकी है बहुत जल्द सीपी राय पर गाज गिरने की संभावना जताई जा रही है।

