एएसआई बुलेट माहंगी कार और आईफोन मोबाइल का शौकीन अवैध मादक पदार्थों में वसूली से लेकर तस्करी में लिप्त खाकी वर्दी लिया करोड़ों रुपए बनाने में सहारा जांच में खुल सकते है कई राज
नीमच-जिले में कुख्यात तस्करों के साथ खाकी वर्दी की आड़ में अहम भूमिका निभाने वाले कुछ वर्दीधारी जिले के बाहर पनप रहे हैं.जिसमें एक खाकी वर्दी को दागदार करने वाला आरक्षक पंकज कुमावत देवास में ड्यूटी करते हुए तस्करों का साथ निभा रहा था.वो सिर्फ एक अकेला नही उसके करीबी माने जाने वाला एक एएसआई भी इस षड्यंत्र का एक पहलू है जो अभी लग्जरी गाड़ी बुलेट और आईफोन जैसे बड़े -बड़े शोक रखता है। जिले में इन दोनों पुलिस कार्मियों की जोड़ी किसी जय वीरू से कम नही थी.कुछ वर्ष पहले जय वीरू कह जाने वाले एएसआई और आरक्षक की जोड़ी को अचानक किसी की नजर लग गई जो काफी मीडिया में सूर्खियां बनी मगर इन की गठजोड़ और मित्रता भी एक मिसाल है. दोनों ने खाकी को बदनाम करने के लिए अपनी वर्दी का इस्तेमाल करके तस्करों का साथ दिया. यही नहीं कार्रवाई में इन दोनों ने पुलिस की छवि भूमि करने के लिए खूब जमकर अवैध मादक पदार्थ मामलों में ऊगाई की है.जिसके बाद जैसे ही जिले में ईमानदार एसपी सूरज कुमार वर्मा ने पदभार संभालने ही जिले में सर्जिकल स्टाइल से दोनों को जिले के बाहर ताबदला कर दिया.फिर भी दोनों जिले में अक्सर देखे गए। बताया जा रहा है कि आरक्षक पंकज कुमावत का बाबू के साथ गठजोड़ और वायरल विडियो ने सब को हिला कर रख दिया है.कैसे वर्दी का सहारा लेकर एक आरक्षक पंकज कुमावत किस तरह बाबू सिंधी का साथ दे रहा था.जिसके बाद एक और इसका चाहती जिंगरी साथी एएसआई को भी परेशानी में डाल दिया है.जिले के बाहर से ही अपने दोस्त और आका को बचाने के हठकंदे अपना रहा है। केंद्रीय नारकोटिक्स की इमानदारी के चलते यहां सब नामुमकिन दिखाई दे रहा है। अगर आरक्षक पंकज कुमावत केंद्रीय नारकोटिक्स के हत्थे चढ़ जाता है तो इसका दोस्त महंगी नवाबी शौक रखने वाला खाकी में छुपा एएसआई का बचना भी मुश्किल है। आगे की खबर के लिए बने रहे हमारे साथ

