मध्य प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान द्वारा इसमें और कोकीन एटलस का इंटरनेशनल नेटवर्क बन चुका है.जिसे खत्म करने के लिए पूरे प्रदेश में ड्रग्स माफियाओं के विरुद्ध अभियान की शुरुआत की गई. लेकिन वही अवैध मादक पदार्थ की तस्करी में बात की जाए नीमच जिले की तो पुलिस ने अवैध मादक पदार्थ की धरपकड़ में सफलताएं प्राप्त की है.तो वहीं नीमच नारकोटिस विंग प्रभारी रऊफ खान के नेतृत्व में विंग ने देशभर में ऐतिहासिक प्रथम स्थान प्राप्त किया है। आंकड़ों के आधार पर बात की जाए तो आपको बता दें कि सन् 2019 में नारकोटिस विंग में प्रभारी के रूप में सउनि रऊफ खांन ने विंग में दस्तक दी है। इन 2 साल के दरमियान नीमच नारकोटिक्स विंग प्रभारी सउनि रऊफ खांन व उनकी टीम कई एनडीपीएस एक्ट प्रकरण बना चुके हैं। इतनी सफलता है प्राप्त करना कोई आम बात नहीं है। जो नारकोटिक्स विंग की टीम ने कर दिखाया. नारकोटिस विंग प्रभारी रऊफ खांन के नेतृत्व में जो टीम ने तस्करों के खिलाफ धरपकड़ के विरुद्ध कार्रवाई की है। वरिष्ठ अधिकारीयों द्वारा सराहना भी की गई है। कई बार नीमच नारकोटिस विंग पुरस्कृत किया गया है। जो दायित्वों नारकोटिस विंग के वरिष्ठ अधिकारियों ने दिया है।उन दायित्वों का रऊफ खांन बखूबी से पालन करते हुए आएं हैं।*
*कुख्यात तस्कर बाबू सिंधी ने नारकोटिक्स विंग को भी नही बख्शा बाबू की परिवहन रोकने पर सीएम हेल्पलाइन पर पूर्व में कि प्रभारी रऊफ खांन,सहीत स्टॉफ की झूठी शिकायत,नारकोटिक्स विंग की लगातार बड़ी उपलब्धियां,देश में रचा इतिहास एनडीपीएस एक्ट सबसे ज्यादा कार्रवाई*
*नीमच-मंदसौर में अफीम की पैदावार ज्यादा होने के कारण दोनों जिलों से तस्करी ज्यादा होती है.ऐसे में नीमच जिला तस्करी की दुनिया में जाना जाता है.जहां पर नजदीक राजस्थान बॉर्डर सीमावर्ती क्षेत्रों से तस्करों की गाड़ियां आसानी से निकल जाती थी.मगर जब से नारकोटिक्स विंग में प्रभारी रऊफ खांन ने जब से पदभार संभाला है.तभी से तस्करों की दुनिया में हड़कंप मच गया है. नारकोटिक्स विंग ने जितने बड़ी मात्रा में एनडीपीएस एक्ट की कार्यवाही की है.शायद ही किसी दूसरे डिपार्टमेंट ने की होगी.अगर बात करे एनडीपीएस एक्ट के मामलों में लिप्त फरार आरोपियों की तो विंग ने कुख्यात तस्करों को भी धरपकड़ कर सलाखों के पीछे भेज दिया। हाल ही में मीडिया के अंदर कुख्यात तस्कर बाबू सिंधी का मामला प्रकाश में आया है.जिस पर भी ईमानदार नारकोटिक्स विंग प्रभारी रऊफ खांन,सउनि नरेन्द्र सिंह पंवार,सउनि सुरेन्द्र सिंह पंवार,सउनि जावेद खान,अन्य स्टॉप के लोगों ने बाबू सिंधी की शंका पर परिवहन को रूकवाकर चेकिंग की गई.जिसमे वाहन के अंदर कुछ नहीं पाया गया था.जिसके बाद परिवहन को जाने दिया. बौखलाहट में आकर कुख्यात तस्कर बाबू सिंधी ने सीएम हेल्पलाइन पर नीमच नारकोटिक्स विंग के ईमानदार प्रभारी रऊफ खांन, एएसआई जावेद खान, के खिलाफ झूठी शिकायत दर्ज करवा दी.जिससे एक बात तो जग जाहिर हो गई. कुख्यात तस्करों को हिला देने वाली सिर्फ नीमच नारकोटिक्स विंग है नीमच विंग के आरोप प्रत्यारोप लगना एक आम बात है.तस्करों की नाक में दम करने वाली सिर्फ एक ही नाम है.नीमच नारकोटिक्स विंग प्रभारी रऊफ खांन, अगर विंग सेटलमेंट से लेकर तोड़ बट्टे के मामलों में लिप्त रहती तो तस्करों पर अपना शिकंजा कसने में हमेशा नाकाम दिखाई देती.सिर्फ मध्यप्रदेश में नारकोटिक्स विंग के प्रभारी रऊफ खांन का नाम नही जाना जाता देश प्रदेश में भी रऊफ खांन नाम जाना जाता है.तस्करों की मानी जाए तो रऊफ खांन और नीमच नारकोटिक्स विंग तस्करों की दुनिया बहुत ही भायनक नाम है. जिससे डर कहां जाता है।नीमच नारकोटिक्स विंग ने एनडीपीएस एक्ट की बड़ी कार्यवाही कर पूर्व में भी कई बड़े-बड़े पुरस्कार हासिल किए हैं.आज के दौर में अगर नीमच नारकोटिक्स विंग की कार्रवाई कि गिनती लगाएं जाएं तो इतिहासिक रिकार्ड बनाने वाले सिर्फ नीमच विंग प्रभारी रऊफ खांन की टीम है.अब रिकार्ड तोड़ कार्रवाई करने के बाद प्रभारी रऊफ खांन रुस्तम आवर्ड से सम्मानित होंगे।*

