नीमच। अवैध डोडाचूरा और धोलापाली की तस्करी करने के आरोप में बाबू सिंधी के गिरफ्तार होने के बाद नीमच के पोस्ता कारोबारियो में हड़कंप मच गई है। बाबू सिंधी अपने 7 दिनो के रिमांड पर तोते की तरह सबकी पोल खोल रहा है। सीबीएन टीम को अब तक कई पोस्ता कारोबारियो की बाबू सिंधी के अवैध कारोबार में संलिप्ता होने के सबूत भी मिले है। इधर बाजार में यह भी चर्चा है कि शहर के चर्चित कृष्णा रोड़ लाईंस ट्रांसपोर्ट संचालक धनसिंह वर्मा के गठजोड़ बाबू सिंधी से थे। ट्रांसपोर्ट संचालन की आड़ में बाबू की तस्करी की गाड़ियां अन्य प्रांतो तक भेजने का काम बेखौफी से किया जाता था। वही आज सुबह करीब 10 बजे धनसिंह वर्मा की अश्लिल गालिया देते हुए एक आडियो रिकॉडिंग भी वायरल हो रही है। जिसमें धनसिंह वर्मा अपने ही सगे भतिजे से न जाने किस बात को लेकर अश्लिल गालिया देते सुनाई दे रहे है।आखिर क्यो किए पोस्ता व्यापारियो ने फोन स्विच आफ
यह तो जगजाहिर है कि पोस्ता मंडी में गुटबाजी का आलम कुख्यात तस्कर बाबू सिंधी के धन्ना सेठ बनने के दौरान ही शुरू हुआ है। जिसका कारण यह था की कुछ पोस्ता कारोबारी बाबू सिंधी को पसंद करते थे। और अपना गुरु मानते थे,बाबू सिंधी को धोलापाली तस्करी के लिए सप्लाय किया करते थे। और अब जैसे ही बाबू सिंधी की गिरफ्तारी हुई तो बाबू सिंधी के सेंडिगेट से जुड़े तमाम पोस्ता कारोबारियो ने अपने मोबाईल स्विच आफ कर लिए है।
इन व्यापारियो की बाबू सेंडिगेट से जुड़े होने की चर्चा— मुकेश बंसल, सुबोध भंसाली, विक्रम अजमेरा, संजय भामावत, दीपक अग्रवाल चिकना, सुनिल धनोतिया, ललीत कोठारी सहित अन्य पोस्ता कारोबारियो की बाजार में जोरों शोरों से चर्चा है कि यह लोग बाबू सेंडिगेट से जुड़े हुए थे।विक्रम अजमेरा के सम्पर्क खास होने की चर्चा धोलापाली और डोडाचूरा तस्करी के मास्टर माईंड तस्कर बाबू सिंधी से वैसे तो सैकड़ो लोग सम्पर्क रखते थे, लेकिन धोलापाली की तस्करी के लिए कुछ विशेष लोग बाबू से सम्पर्क रखा करते थे। बाबू सिंधी के धोलापाली ओर डोडाचूरा तस्करी करने का भांडाफोड़ होने के बाद तस्करी के खेल में गठजोड़ रखने वालो की बाजार में इन दिनो खासा चर्चा है। वही पोस्ता कारोबार से जुडे विक्रम अजमेरा के सम्पर्क बाबू सिंधी से खास होने की बात भी बाजार से छन कर सामने आ रही है। सीबीएन की टीम बाबू के हर एक राज उगलवाने के भरसक प्रयास में जुटी है। अब तक की रिमांड अवधि में जितने भी नाम बाबू ने उगले है उन पर सीबीएन की टीम हर पल निगाहे गड़ाए हुई है।

