तस्करी में लिफ्त बाबू फकीरचंद के लिए स्पेशल टीम गठित,धुलापली डोडाचूरा, नशीले पदार्थों अवैध गतिविधियों को दे रहा था अंजाम, डर के शिकंजे में बाबू अगर गया जेल तो प्रॉपर्टी हो सकती है सीज,कई वर्षों से तस्करी में लिप्त बाबू
नीमच- नीमच जिले में पर्दे के पीछे छीपे तस्कर बाबू अब बेनकाब हो चुका है।अफीम और डोडाचूरा की तस्करी के साथ -साथ पोस्ता की छानई के बाद निकलने वाला पदार्थ धुलापली कहा जाता है।जिसकी तस्कारी बाबू बेखौफ होकर करता है। नीमच जिले में जुड़े मादक पदार्थों की तस्करी वाले माफिया कानून व्यवस्था के लिए एक चुनौती बनें हुए हैं, नीमच में कृषि उपज मंडी में पोस्ता कारोबारी से जुड़े हुए चर्चित चेहरे की जिसका नाम मीडिया में तस्करी के मामले में खूब सुर्खियां बटोर रहा है। पोस्ता किंग कहां जाने वाला बाबू अपने व्यापार की आड़ में तस्करी का एक प्रमुख किरदार भी निभा रहा है। पहले तस्करी को बाबू पर्दे के पीछे से नशीले पदार्थों की तस्करी को अंजाम दिया करता था, अब इसका नाम तस्करी की दुनिया में सुर्खियां बटोर रहा है, और कारोबार में सरकार को राजस्व को चूना लगाने के साथ ही तस्करी के धंधे को पुलिस को भी गुमराह कर रहा है। सूत्र बताते हैं कि अवैध मादक पदार्थ की तस्करी से जुड़े तथाकथित पोस्ता व्यापारी बाबू अपनी काली कमाई को खपाने के लिए जमीन और बैंक बैलेंस सब अपने चमचों के खाते में इधर-उधर करने में लगा हुआ है। ऐसे में तस्करों की खाक छानने वाली पुलिस को शायद इसका अंदाजा भी नहीं है कि उनकी नाक के नीचे वेध कारोबार की आड़ में बाबू एक खूंखार तस्कर बन चुका है, बाबू पुलिस के साथ-साथ टैक्स विभाग से लेकर आबकारी विभाग को भी डाल डाल नचा रहा है। और तस्करी का मुख्य किरदार निभाने में लगा हुआ है। पोस्ता छनाई के बाद निकलने वाला अपशिष्ट पदार्थ जिसे धोलापली कहां जाता हैं,जिससे मार्फिन की कुछ मात्रा पाई जाती है।तस्करी के इस काले साम्राज्य डिमांड है,ऐसे में पहुंचता कारोबारियों द्वारा समाधान के अवैध कारोबार की संभावनाओं को देखते हुए सरकार ने पूर्णता प्रतिबंधित क्या हुआ है। लेकिन नीमच से समय-समय पर आप धुलापली और काले दाने की तस्करी की खबरें भी उभर के समाने आती है। ऐसे में पूछता कारोबार के पीछे तस्करी में लिप्त हुआ बाबू को भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता, बाबू फकीर चंद ने कुछ समय में ही काले कारोबार का अपना एक साम्राज्य खड़ा कर लिया है। पहली बार मनासा पुलिस व ईमानदार पुलिस अधीक्षक सूरज कुमार वर्मा की सक्रियता के चलते 37 क्विंटल डोडाचूरा पुलिस ने एक बड़े गोदाम में दबिश देकर तस्करों का पर्दाफाश किया है, इसमें बाबू के नाम की भी आशंका जताई जा रही है। जानकारी के अनुसार पता चला है कि मनीष तिवारी नामक युवक बाबू के गहरे संबंध थे। मनीष क्या हाल चाल पूछने बाबू अक्सर अपने काली लग्जरी गाड़ी लेकर वह धाम के बाहर आया करता था,बताया जा रहा है कि मनीष तिवारी अभी बाबू की छत्रछाया में महफूज है। बाबू को डर है कि मनीष पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ जाएं नही तो डायरी में छुपे हुए राज भी खुलासे होने लगें हैं। मंदसौर से भीख मांगा बाबू धूलापली की तस्करी के क्रियाकलाप करते हुए,आज की संपत्ति करोड़ो रुपए की है।पहले भी सीजीएसटी टीम ने अचानक नीमच जिले पहुंचकर बाबू के तीन ठिकानों पर छापामार कार्रवाई की थी जिसमें करोड़ों का टैक्स चोरी भी पकड़ी गई थी।बाबू तस्करी की दुनिया में फिर धीरे-धीरे पैर पसारने लगा है। आशंका जताई जा रही है कि भोपाल तक फकीर चंद बाबू करोड़पति कैसे बन गया, इसके लिए एक स्पेशल टीम जांच के लिए गठित हो चुकी है। और बाबू की अवैध प्रॉपर्टी होने की संभावना है,बाबू अगर तस्करी के मामले में लिप्त पाया जाता है तो प्रोपार्टी भी जप्त हो सकती है।

