नीमच। कुख्यात तस्कर बाबू उर्फ जयकुमार सबनानी सिंधी केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो की गिरफ्त में है। करीब 255 क्विंटल डोडाचूरा, कालादाना, धोलापाली बाबू सिंधी के ठिकानों से मिले है। केंद्रीय नारकोटिक्स टीम बाबू के साथियों की जांच पडताल में जुटी हुई है। मंडी का एक और कारोबारी सुनील उर्फ टोपी खंडेलवाल भी बाबू का पार्टनर था। नयागांव बार्डर पर स्थित गोदाम का यह संचालन करते थे। टेक्निकल पहलूओं पर जांच पडताल की जाए तो सुनील टोपी के कनेक्शन तस्करी के इस खेल में आसानी से मिलेंगे। सुनील टोपी और बाबू सिंधी की कॉल डिटेल्स में भी कई तथ्य सामने आएंगे। इधर तस्कर बाबू सिंधी के पकडाने के बाद सुनील टोपी तोडटटे के लिए लाईजनिंग करते हुए देखा जा रहा है। वह दिल्ली गया हुआ है, वहां पर किसी मंत्री या अफसर से मामला सेट करने की जुगाड में है। इधर केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो की टीम ने जब्त किए गए मादक पदार्थ और आरोपियों का खुलासा कर दिया है। इसमें किसी भी प्रकार की गुंजाईश बाबू के बचने की नहीं रही है। बाबू सिंधी ने सुनील टोपी की मदद की थी। सुनील टोपी दिवालिया हो गया था। सटटे के चक्कर में पैसों से डूब गया था और हरियाणा के कुंडली थाने में पकडाए 2 क्विंटल 140 किलो डोडाचूरा के मामले में सुनील टोपी के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत आरोपी बना था,बडी मुश्किल से उसे जमानत मिली थी।
एनडीपीएस एक्ट में जमानत के लिए करीब तीन करोड रूपए खर्च किए, तीन वर्ष से बाबू के साथ मिलकर कर रहा था काम—
सुनील टोपी हरियाणा मेें बने एनडीपीएस एक्ट के मामले में लंबे समय से फरार रहा। बताया जा रहा है सुनील टोपी के बेटे के दोस्त के पिता से मदद ली। मौटे रूपए का लेनदेन कर उसे जमानत मिली थी। बाबू ने इसे पैसे उधार दिए थे, नहीं चुकाए तो उसने नयागांव बार्डर पर स्थित होटल, गोदाम में पार्टनरशिप रख ली। बीते तीन वर्ष से सुनील टोपी और बाबू सिंधी साथ में काम कर रहे थे।

