नीमच - बाप नकली घी बनाते हुए कुछ माह पहले प्रशासन के रंगे हाथ पकड़ा गया था।तो वही उठाई गिरा बेटा बीच चौराहे पर जूते चप्पलों से मार खाने वाला अशीष रेत का नीमच जिले में बड़ा दलाल बन बैठा है। उठाई गिरे के पास आज से करीब दो वर्ष पहले कुछ नही हुआ करता था।मगर अवैध रेत का दलाल बनने के बाद अब करोड़ों की संपत्ति का बेताज बादशाह बन बैठा है।इसकी तगड़ी सेटींग के चलते राजस्थान भीलवाड़ा बस्सी से बिना रॉयल्टी के जिले की सीमाओं में बिना रोक-टोक तेज रफ्तार से दलाल अशीष के पास पहुंच जाते हैं। आशीष की पीटाई होना कोई आम बात नही है।इसकी किसी से भी नही बनती ऐसे में दो दिन पहले उठाई गिरे की जमकर चप्पलों से पीटाई हुई।और उठाई गिरे ने थाने में पहुंचकर पुलिस को भी परेशान कर दिया।पर अपने कले कारनामों की वजह से जल्दी से थाने में राजीनामा कर लिया।पिटोकड़े अशीष ने एक तहसील की ग्राम पंचायत के सरपंच को भी सेटींग कर चूना लगा दिया। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पता चला है। खनिज विभाग के अधिकारियों ने दो दिन पहले इसके अवैध रेत से भरे डंपरों को रोका गया था।और जावद से वापस खाली करवा कर भेज दिए गए। ऐसे में पता चलता है कि उठाई गिरे अशीष की कितनी पैसों के दम पर फेंक फाक है।
प्रशासन कर तो नही रहा बड़े हादसे का इंतजार
अवैध रेत से भरे हुए डंपर पायलट तेज रफ्तार में जिले की और आते है। बिना किसी रोक-टोक के और किसी की इस दलाल अशीष की नजरों में जान की किमत नही रहती। अपने अवैध डंपरों में उठाई गिरा पक्के लाइंसेंस धारिक को पायलेटिंग के लिए बिठाता है। जिससे कोई भी बड़ा हादसा हो यहां सब सेटींग बिठाकर अपना माल और डंपर लेकर आ जाता है।
आखिर कब होगी इस समाज के दुश्मन पर कार्रवाई
बाप नकली घी में जनता की जानों के साथ खिलवाड़ कर रहा था।तो वही उठाई गिरा बेटा अब रेत का अवैध कारोबार का जिले में बड़ा दलाल बन बैठा है। आखिर बाप पर तो इमानदार अधिकारियों ने ध्यान देकर निष्पक्ष कार्रवाई कर जनता की जान के साथ खिलवाड़ होने से बचाया है। फिर अशीष तक प्रशासन क्यों नहीं पुहंच पा रहा है। आखिर कब उठाई गिरे पीटोकड़े का सम्राज्य ठेस महेस होगा।

