जावद। विधायक बनने के सपने देख रहा इंदौरी नेता की जावद विधानसभा क्षेत्र में उछलकुद शुरू हो चुकी है। हालात ये हैं कि इंदौरी नेता जावद क्षेत्र में 10 साल से जनसेवा करने का ढिंढोरा पीट रहा है, लेकिन खास बात यह है कि जावद में जनसेवा की बाते करने वाले इंदौरी नेता इंदौर में हॉस्पिटल खुलवा रहा है, जिसमें इंदौर के लोगों की सेवा हो रही है, फिर जावद में जनसेवा के नाम पर फिर सिर्फ उछलकुद....?
कुछ सालों पहले ग्वालियर के महाराज की जी हजुरी करने वाले इंदौरी नेता ने महाराज से याचना की थी कि मुझे इंदौर किसी भी सीट से एक बार विधानसभा का टिकिट दिला दो, जिसे महाराज ने कहा था कि इंदौर तेरे लिए सेफ नहीं है। इसके बाद इंदौरी नेता जावद पहुंंच गया और जावद में कांग्रेस के नाम पर नेतागिरी करने लगा और इंदौरी को लगा कि जावद में उसे लोग जानने लगे हैं, तो कांग्रेस टिकिट नहीं मिलने पर कांग्रेस से बागवत कर दी और निर्दलीय चुनाव लड़ लिया, जिसके कारण जावद में कांग्रेस को लगातार चौथी बार हार का सामना कर पड़ा। इसके बाद इंदौरी नेता पार्ट से गद्दारी कर भाजपा में चला और भाजपा में दाल नहीं गली, तो फिर से कांग्रेस में शामिल होकर धनबल के दम परे जावद विधानसभा कांग्रेस के दावेदारों का हक मार दिया और कहता है कि मैं जावद में जनसेवा कर रहा हुं। जनसेवा करने वाला कभी किसी का हक नहीं मारता है, पर इंदौरी नेता ने सिर्फ जावद की जनता को बरगलाने काम किया है। अगर जनता की सेवा करता , तो हॉस्पिटल इंदौर की बजाए जावद में बनवता।

