रऊफ खांन विंग से अलविदा होते ही तस्करों की बल्ले बल्ले विंग अपनी मस्ती में मस्त क्या बंद हो गई तस्करी?या फिर तस्करों को पनाह दे रही नारकोटिक्स विंग
नीमच- देश प्रदेश में माने जाने वाली नारकोटिस विंग अब खामोश दिखाई दे रही है। मानो जैसे अवैध मादक पदार्थ की तस्करी का खेल अब बंद हो चुका हो और विंग के विश्वास ने मुखबिर तंत्र कमजोर पड़ चुके हो तस्करों पर ताबड़तोड़ कार्रवाई करने वाली विंग मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के फरमान के बाद भी साफ तौर पर मेहरबान नजर आती हुई दिखाई दे रही है। पूर्व में नीमच विंग प्रभारी ईमानदार रुस्तम अवार्ड के हकदार रऊफ खांन की तस्करों के ऊपर ताबड़तोड़ कार्रवाई तारीफे काबिल थी। रऊफ खांन के मुखबिर तंत्र भी तस्करों के प्रति एक दम सक्रिय दिखाई देते थे। मुखबिर तंत्र मजबूत होने की वजह से रऊफ खांन अपनी टीम के साथ तस्करों पर अपना शिकंजा कसने में कामयाब रहते और देश प्रदेश में नीमच मंदसौर नारकोटिक्स विंग का नाम रोशन करते जिससे वहां रुस्तम अवार्ड से भी सम्मानित होने वाले थे। मगर तस्करों का खासा साथ देने वाले कुछेक खाकीधारी ने विंग के प्रभारी के रुप में सेवा दे रहे रऊफ खांन के ऊपर प्रश्न चिन्ह लगाया और विंग की तरह तरह की अफवाह भर लाकर उजागर की जबके पूर्व प्रभारी रऊफ खांन को तो यही पता नहीं था ।विंग के ही कुछेक खाकीधारी उनके पीछे षडयंत्र पूर्वक रऊफ खांन को बदनाम करने की साज़िश रच रहे हैं। रऊफ खांन की ताबड़तोड़ कार्रवाई की वजह से उत्तम अवार्ड से सम्मानित होने की तैयारियों में जुट चुके थे।मगर आज नार्कोटिक्स विंग का नीमच प्रभारी चले जाने के बाद तस्करों में अब विंग का कोई तस्करों में खौफ खत्म हो चुका है।अब ऐसी आशंका जताई जा रही है, देश प्रदेश में माने जाने वाली विंग ने आज तस्करों से गठजोड़ बंधन बना लिए हैं। जिसके कारण आज की ताबड़तोड़ करने वाली नारकोटिक्स विंग खमोश दिखाई दे रही है।

