नीमच-महु रोड़ नंका नंबर 7 पर सुप्रीम अलाइनमेंट संचालक संदीप वधवा नितिन वधवा ने सार्वजनिक रोड पर अतिक्रमण किए हुए हैं। जिसका मुद्दा ब्रेकिंग समाचार द्वारा पूरी प्रमुखता के साथ दुकान संचालको की अनुसार पूरी प्रमुखता के साथ उठाया गया था। जिसके बाद पूर्व में कैंट पुलिस के साथ प्रशासनिक अमले ने सार्वजनिक रोड़ पर से अतिक्रमण हाटते हुए लोगों के लिए आवक-जावक का रास्ता शुरू किया था। जिसका विडियो अधार पर समाचार मौजूद हैं फिर एक बार सुप्रीम अलाइनमेंट दुकान संचालक संदिप वधवा नितिन वधवा ने अतिक्रमण का निर्माण कार्य का सहारा लेकर शुरू कर दिया। जिसके कारण दूकान संचालकों का आना जाना दुश्वार पड़ गया।आपको बता दें कि सार्वजनिक रोड का मामला न्यायालय में विचाराधीन है बावजूद सुप्रीम अलाइनमेंट संचालक संदीप वाधवा लगातार आम लोगों को परेशान किए हुए हैं।गुगल एप्प में भी सार्वजनिक और रोड सुप्रीम अलाइनमेंट के पीछे की गलियों से गुजर रहा है, जहां आस पास के रहवासी ब्रेकिंग समाचार न्यूज़ चैनल द्वारा न्यायालय के विरुद्ध जाने पर सार्वजनिक रोड पर कब्जा जमाने की बात को लेकर पहुंचे।जिसके बाद न्यूज़ चैनल द्वारा प्रमुखता के साथ खबर प्रकाशित की गई। जिससे बोखलाकर 25 नवंबर रात्रि करीब 8.01 मिनट पर संदीप वधवा का ब्रेकिंग समाचार न्यूज़ चैनल संपादक के पास फोन आया,और कहने लगे क्या हुआ। जब ब्रेकिंग समाचार न्यूज़ चैनल द्वारा पूछा गया आप कोन,,सुप्रीम अलाइनमेंट संदीप वाधवा का कहना था बैठकर बात करते हैं,, ब्रेकिंग समाचार न्यूज़ चैनल द्वारा पूछा गया क्या बात करना चाहते हो, सुप्रीम अलाइनमेंट संचालक संदिप वधवा द्वारा बोला गया आपकी खबर गलत है, बैठकर बात करते हैं ब्रेकिंग समाचार क्या चाहते हो?ब्रेकिंग समाचार न्यूज़ चैनल द्वारा कुछ भी गलत हो तो आप मुझे नोटिस जारी कर सकते हो!संदीप वाधवा ने नोटिस की धमकी दी,और पता पूछने लगे ब्रेकिंग समाचार न्यूज़ चैनल द्वारा सही जानकारी के अनुसार समाचार का सही पता दे दिया? जिसके बाद जबकी जनता के समाने खुलेआम प्रमाण यह है कि सार्वजनिक रोड पर कब्जे का आरोप आमजनता लगा रही है। अगर इमानदार तरीके से पत्रकारिता करने वालों पर ही ऐसी धमकी मिलती रहे तो देश के चौथे स्तंभ का क्या हुगा। हम आपको बता देंगे संदीप वाधवा ने सुप्रीम अलाइनमेंट के नाम से दुकानें संचालित कर रखी है शहर के प्रमुख चौराहे लायंस पार्क, बौहरा कॉलोनी 36 के बाहर कलेक्टर रोड़ महु रोड़ अन्य जगह पर स्थापित है। आयकर विभाग भी इन लोगों पर जांच करे तो कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आ सकते हैं। प्रमाण के रूप में संदीप वाधवा कि दोनों बार किए हुई ऑडियो रिकॉर्ड उपलब्ध हैं।

