नीमच। जिले में अवैध कारनामो को लेकर एक चंडाल चौकड़ी की गैंग सुर्खियो में बनी हुई है। एक खट्टे मिठे पताशो का शौकीन है तो दुसरा भांग चटकाने वाला। तीसरा सुजे गाल वाला शराबी है और चौथा तस्करी और हुस्नबाजी का आशिकाना। चारो की भजन मंडली इन दिनो अवैध कारनामो के मंजीरे बजा रहे है। कही अवैध मादक पदार्थो की तस्करी करवानी हो, चाहे हुस्नबाजी के खेल में किसी को फंसाना हो, ये चंडाल चौकड़ी किसी भी हद तक जाने को चौबिस घंटे तैयार बैठी है। वर्तमान में फर्जी पोस्ट भेजकर लोगो को गुमराह कर रही है। जबकि इनकी असलियत खंगाली जाए तो खट्टा मिठा तो पहले बसो में कर्मचारी हुआ करता था, फटी बनीयान में बसे के निचे पाने—पेस्कस लेकर उल्टा सोकर टायर बदलता था और तब इसकी हालात किसी खजेले से कम नही लगती थी।
वही अब भांग खाउ की बात करे तो ये पहले किसी फर्जी कम्पनीयो में काम करके सुटबुट पहनकर लोगो को टोपी पहनाने का काम करता था। आज भी कई लोग इस टोपी बाज से अपने दिए हुए पैसा का हिसाब मांग रहे है। कितनो ने तो इसकी थाने में शिकायते भी दर्ज करवा रखी है। लेकिन ये नशेड़ा किसी के फोन नही उठाता है, सुबह से भांग के चटकारे लेकर सिगरेटो पर सिगरेटा दागता रहता है।
अब तीसरे तो इतना गया बिता और मनहुस है कि अब तक जिसके भी साथ रहा है उसे पुरा कंगाली की राह तक ला कर ही इसने दम लिया है। सुजे हुए गालो वाला शराब का आदि है। शराब की तड़प इसे सुबह की पहली किरण के साथ ही लगने लगती है। उठते से ही गाड़ी में बेठकर एक सफेद का पव्वा गटका लेता है। फिर इसकी सुबह लोगो को दांव बनाने से शुरू होती है। कुछ समय पहले की बात है जब किसी ने इसको काम — धंधा करने सलाह दी थी, तब इसने एक अंडे की दुकान डाली थी, वो भी इसकी शराबखोरी की लत की वजह से पिट गई। कुछ ही महिनो बाद दुकान पर ताला लगाना पड़ा। हाल मे ये शराबी किसी को बत्ती देकर अपने शौक — मौज ऐसे पुरे कर रहा है जैसे नीमच का धन्ना सेठ तो अब ये ही बन गया है।
चौकड़ी का चौथा और मुख्य किरदार निभाने वाला ये ही अय्याश चौबिस घंटो में चौबिस तहर की लड़कीयो के सम्पर्क में रहता है। इसकी पत्नि भी इसकी हरकतो से परेशान है, कई बार इसकी इसके ही घर में कुत्ता पीटाई भी हो चुकी है। फिर भी ये बेशर्म अपनी आदतो से बाज नही है। बताया जाता है इसका मूल धंधा तस्करी से जुड़ा हुआ है। आगे चलकर इसको जेल में ही रहना है। इसके लिए जितनी जिन्दगी बाहर बची है उसे अय्याशी में पुरा कर रहा है।

